अखिलेश यादव का गंभीर आरोप
संभल में आज गंभीर घटना हुई है। सर्वे हो चुका था लेकिन उपचुनाव के बारे में चर्चा ना हो पाए इसलिए सुबह जानबूझकर सर्वे की टीम भेजी गई। माहौल खराब करने के लिए ऐसा किया गया। कई लोगों को चोट पहुंची है और कई घायल हैं। एक नौजवान की मौत की खबर भी है। आखिरकार जब सर्वे हो चुका था मस्जिद का तो फिर दोबारा सर्वे की जरूरत क्यों पड़ी? दूसरे पक्ष की कोई सुनवाई ही नहीं है। ये भाजरा सरकार और प्रशासन ने जानबूझकर कराया है। जिससे कि चुनाव की बेईमानी और धांधली की चर्चा ना हो सके।
SP बोले- कई पुलिसवाले घायल
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि उपद्रवियों ने पुलिस प्रशासन को किया टार्गेट। पुलिस की गाड़ियों में लगाई आग। आस-पास खड़ी और गाड़ियों को छोड़ा गया। उपद्रवियों को चिन्हित कर की जाएगी कठोर कार्यवाही। उन्होंने बताया कि पथराव में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। हालात अब नियंत्रण में हैं।
सुबह मस्जिद के सर्वे के दौरान विवाद
29 नवंबर को पेश होगी रिपोर्ट
इस मामले में याचिकाकर्ता वकील ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह साढ़े 7 बजे से लेकर 10 बजे तक सर्वे को लेकर कमिश्नर की कार्रवाई पूरी हुई। जितने भी फीचर्स हैं उनकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पूरी हो गई है। 29 नवंबर को यह रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी।
हिंसा पर DGP क्या बोले?
यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने संभल हिंसा पर कहा है कि सर्वे के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। अब स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस और सीनियर अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पत्थरबाजों की शिनाख्त करके पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।
सर्वे पूरा करके लौट गए अधिकारी
एडवोकेट कमिश्नर रमेश राघव अपनी टीम के साथ जामा मस्जिद पर पहुंचे। डीएम राजेंद्र पैंसिया, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भारी संख्या में पुलिस बल और अन्य अधिकारियों के साथ शामिल रहे। सर्वे का काम सुबह साढ़े सात बजे से किया जाना था। बवाल के बाद सर्वे का काम पूरा करके टीम लौट गई।
पत्थरबाजों को शांत कराती रही पुलिस
पुलिसवाले हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने की कोशिश करते रहे। एक जवान कहता सुनाई पड़ रहा है- अरे शांत हो जाओ शांत। क्यों दंगा कर रहे हो। पत्थरबाजी मत करो। उसके साथ कई और भी जवान अपील करते दिखाई पड़ रहे हैं।
पूरे इलाके में BNS 163 लागू
यहां प्रशासन पहले से अलर्ट था। सपा के सांसद जियार्उरहमान बर्क के पिता ममलुकुर रहमान वर्क सहित दर्जनों लोगों को पाबंद किया गया है। पुलिस ने जामा मस्जिद के आसपास बैरिकेडिंग कर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। और पूरे संभल में बीएनएस की धारा 163 लागू कर 5 या पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है।
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क्या है पूरा मामला?
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर यह पूरा विवाद है। यहां हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि मस्जिद नहीं, बल्कि प्राचीन हरिहर मंदिर है। इसको लेकर आज सुबह साढ़े सात बजे से सर्वे हो रहा था। कोर्ट के आदेश के बाद टीम यहां सर्वे के लिए पहुंची थी। पुलिस और प्रशासन लगातार अलर्ट मोड में था।
इसी बीच शाही जामा मस्जिद के बाहर भीड़ जमा होने लगी और सर्वे को लेकर हंगामा शुरू हो गया। हालांकि मौके पर मौजूद अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन कुछ उपद्रवियों ने पुलिस की टीम को निशाना बनाते हुए पथराव शुरू कर दिया। जिससे मामला बिगड़ गया।
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